महाराणा कर्णसिंह का इतिहास: मेवाड़ का पुनर्निर्माण और शांति का युग

महाराणा करण सिंह (1620–1628 ई.)

महाराणा कर्णसिंह का इतिहास महाराणा कर्णसिंह (1620-1628 ई.)- महाराणा कर्णसिंह का जन्म 7 जनवरी, 1584 को और राज्याभिषेक 26 जनवरी, 1620 को हुआ। सन् 1622 में शाहजादा खुर्रम ने अपने पिता जहाँगीर से विद्रोह किया। उस समय शाहजादा उदयपुर में महाराणा के पास भी आया। माना जाता है कि वह पहले कुछ दिन देलवाड़ा की … Read more

महाराणा अमरसिंह प्रथम: मेवाड़ के वीर शासक, मुगलों से संघर्ष और संधि का इतिहास

महाराणा अमर सिंह प्रथम

महाराणा अमरसिंह प्रथम का जीवन परिचय महाराणा अमर सिंह प्रथम, महाराणा प्रताप के वीर पुत्र थे, वे अपने पिता की तरह वीर, पराक्रमी और मेवाड़ की स्वतंत्रता के लिए समर्पित रहे। उनका शासन काल संघर्षों और बाद में राजनीतिक बुद्धिमत्ता के लिए जाना जाता है। जिन्होंने अपने पिता की तरह मेवाड़ की स्वतंत्रता की रक्षा … Read more

महाराणा प्रताप का इतिहास: जन्म, युद्ध, हल्दीघाटी और चावंड की विरासत और चावंड की विरासत

महाराणा प्रताप का इतिहास

महाराणा प्रताप प्रारंभिक जीवन: पूरा नाम : महाराणा प्रताप जन्म : 9 मई 1540, कुंभलगढ़ दुर्ग, मेवाड़ (वर्तमान राजस्थान) पिता : महाराणा उदयसिंह द्वितीय माता: रानी जयवंताबाई वंश: सिसोदिया राजवंश (गुहिल वंश) धर्म: हिंदू (क्षत्रिय) बाल्यकाल: प्रताप बचपन से ही वीरता, आत्मसम्मान और परंपराओं में पले-बढ़े।उन्हें तलवारबाज़ी, घुड़सवारी, भाला फेंकने, रणनीति और धर्म की गहरी … Read more

महाराणा उदयसिंह: उदयपुर के संस्थापक और मेवाड़ की पुनर्स्थापना का इतिहास

महाराणा उदय सिंह का इतिहास

महाराणा उदयसिंह का इतिहास राणा उदयसिंह 1537- 1572 ई.- महाराणा उदयसिंह द्वितीय राणा सांगा के छोटे पुत्र थे। महाराणा सांगा के सबसे बड़े पुत्र भोजराज थे जिनका विवाह मेड़ता की मीरा बाई से हुआ था इनकी मृत्यु सांगा के शासन काल में ही हो गई थी। राणा सांगा की मृत्यु के पश्चात् राणा रतनसिंह 1528- … Read more